झारखंड राज्य का एक ऐसा अद्वितीय पर्यटन स्थल है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है यह स्थान देश-विदेश से आए सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है इस धार्मिक स्थल पर वैष्णो देवी की तर्ज पर पालकी सेवा उपलब्ध है, जो इसे और भी खास बनाती है.
बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए वरदान
यहां की पालकी सेवा बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए विशेष रूप से सहायक है इस सुविधा का लाभ उठाकर श्रद्धालु बिना किसी शारीरिक कठिनाई के इस धार्मिक स्थल तक पहुंच सकते हैं पालकी सेवा न केवल सहूलियत प्रदान करती है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का एक बड़ा स्रोत भी है.
देश-विदेश से आते हैं सैलानी
यह पर्यटन स्थल झारखंड के धार्मिक और सांस्कृतिक वैभव का प्रतीक है यहां न केवल भारत के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु आते हैं, बल्कि विदेशों से भी पर्यटकों का आगमन होता है यह स्थान झारखंड की धार्मिक पर्यटन क्षमता को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करता है.
सरकार विकास की दिशा में कर रही है काम
झारखंड सरकार इस स्थल को और विकसित करने की दिशा में कार्य कर रही है। यहां की सुविधाएं और संरचनाएं दिन-ब-दिन बेहतर हो रही हैं, जिससे यह स्थान भविष्य में और अधिक लोकप्रिय होगा।