2014 से 2024 के बीच 15 लाख से भी अधिक भारतीयों ने अपनी नागरिकता को त्याग कर विदेशों की नागरिकता प्राप्त कर लिया देखा जाए तो प्रत्येक वर्ष औसतन डेढ़ लाख लोग भारत की नागरिकता त्याग करके विदेश की नागरिकता प्राप्त कर रहे हैं.
इस प्रकार भारतीयों द्वारा भारत की नागरिकता छोड़ने के आंकड़ा एक महत्वपूर्ण विषय है जिसमें ज्यादातर ब्रिटेन ,आस्ट्रेलिया ,जर्मनी , कनाडा ,अमेरिका जैसे देशों में पलायन कर रहे हैं. प्रत्येक वर्ष औसतन डेढ़ लाख भारतीय अपनी नागरिकता का त्याग कर रहे हैं केवल साल 2020 ऐसा था जिसमें एक लाख से कम भारतीय अपनी नागरिकता त्यागी थी ,कभी यह आंकड़ा बढ़कर दो लाख भी हो जाता है.
विपक्ष का जोरदार आरोप है कि बीजेपी के सत्ता में आने के बाद भारतीयों की नागरिकता त्यागने की संख्या अधिक हो चुकी है विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया है कि 2014 से 2024 के बीच सबसे ज्यादा भारतीयों ने नागरिकता का त्याग करके विदेश की नागरिकता प्राप्त की है , विपक्ष ने इस विषय पर चिंता जताई है.