पहली बेटी: उपिंदर सिंह – इतिहासकार
मनमोहन सिंह की बड़ी बेटी उपिंदर सिंह एक प्रसिद्ध इतिहासकार हैं उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में लंबे समय तक पढ़ाया और भारतीय इतिहास के क्षेत्र में अपना एक अलग स्थान बनाया। उपिंदर सिंह की किताबें, जैसे “A History of Ancient and Early Medieval India”, अकादमिक क्षेत्र में काफी चर्चित हैं उन्होंने राजनीति से खुद को हमेशा दूर रखा और शिक्षा व शोध को अपना करियर बनाया.
दूसरी बेटी: दमन सिंह – लेखिका
दमन सिंह ने भी राजनीति में कदम नहीं रखा वह एक लेखिका हैं और उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं उनकी एक प्रमुख किताब “Strictly Personal: Manmohan and Gursharan” है, जो उनके माता-पिता के जीवन पर आधारित है दमन ने हमेशा अपनी लेखनी के जरिए अपनी पहचान बनाई और सादगी पूर्ण जीवन जीना पसंद किया.
तीसरी बेटी: अमृत सिंह – मानवाधिकार वकील
मनमोहन सिंह की सबसे छोटी बेटी अमृत सिंह एक मानवाधिकार वकील हैं वह संयुक्त राज्य अमेरिका में रहती हैं और वहां नागरिक स्वतंत्रता से जुड़े मामलों पर काम करती हैं उन्होंने खासकर ग्वांतानामो बे जेल में मानवाधिकार उल्लंघनों के मुद्दों को लेकर चर्चा बटोरी अमृत ने राजनीति से दूरी बनाए रखते हुए वैश्विक स्तर पर मानवाधिकारों की लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाई.
राजनीति से दूरी लेकिन प्रेरणा का स्रोत
मनमोहन सिंह की तीनों बेटियां अपने-अपने क्षेत्र में सफल और स्वतंत्र व्यक्तित्व की मिसाल हैं हालांकि उनका राजनीति से कोई वास्ता नहीं है, लेकिन उन्होंने अपने पिता की सादगी और कर्तव्यनिष्ठा से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को दिशा दी इनकी उपलब्धियां यह साबित करती हैं कि सफलता के लिए राजनीति ही एकमात्र रास्ता नहीं है.