औरंगाबाद जिले के रफीगंज प्रखंड के बौर गांव में मंगलवार रात एक भीषण आग लगने की घटना सामने आई है इस घटना में दो किसानों के खलिहानों में रखे करीब 2,000 धान के बोझे जलकर राख हो गए , पीड़ित किसानों में दीनानाथ प्रसाद और मनोज प्रसाद शामिल हैं इस आग ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया और उन्हें लाखों रुपये के नुकसान का सामना करना पड़ा.
आग देर रात लगी, जब अधिकतर लोग सो रहे थे दीनानाथ प्रसाद के खलिहान में करीब 1,500 बोझे धान और मनोज प्रसाद के खलिहान में करीब 500 बोझे धान रखा हुआ था आग इतनी तेजी से फैली कि ग्रामीणों के तमाम प्रयासों के बावजूद इसे समय पर बुझाया नहीं जा सका.
आग लगने पर प्रशासनिक प्रतिक्रिया
घटना की सूचना पाकर दमकल विभाग की गाड़ी मौके पर पहुंची दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक दोनों खलिहानों का धान पूरी तरह जल चुका था रफीगंज के अंचलाधिकारी भारतेंदु सिंह ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि प्रक्रिया पूरी होने के बाद पीड़ित किसानों को सरकारी सहायता दी जाएगी.
आग लगने का कारण
इस घटना के पीछे आग लगने के कारण का अब तक पता नहीं चल सका है हालांकि, कुछ ग्रामीणों ने अज्ञात लोगों पर आग लगाने की आशंका जताई है वहीं, प्रशासन इसे प्राकृतिक कारणों या किसी अन्य तकनीकी वजह से जोड़कर देख रहा है.
ग्रामीणों ने आग पर काबू पाने के लिए प्रयास किए, लेकिन तेज लपटें और हवा की वजह से वे इसे रोकने में असमर्थ रहे. इस घटना से गांव में गहरा दुख और आक्रोश है.
साल भर का मेहनत हुआ बर्बाद
इस आग से दोनों किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है दीनानाथ प्रसाद और मनोज प्रसाद के अनुसार यह उनकी सालभर की मेहनत थी, जो एक ही रात में राख हो गई.प्रशासन से तत्काल मदद की मांग की जा रही है.