झारखंड की राजधानी रांची के पुंदाग क्षेत्र में राज्य का सबसे बड़ा राधा-कृष्ण मंदिर बनकर तैयार हो गया है इस भव्य मंदिर का उद्घाटन 5 जनवरी 2025 को परमहंस संत शिरोमणि डॉ. स्वामी सदानंद महाराज के नेतृत्व में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच किया जाएगा इस अवसर पर देशभर से श्रद्धालु और संत महात्मा उपस्थित रहेंगे.
मंदिर की विशेषताएं:
- विस्तार और निर्माण: मंदिर का निर्माण 3,500 वर्ग फीट में किया गया है, जिसमें लगभग 2 करोड़ रुपये की लागत आई है.
- आंतरिक सज्जा: मंदिर के अंदर लाल, पीले, हरे और नीले कांच से खूबसूरत कलाकारी की गई है, जो इसे शीशमहल जैसा लुक देती है। यहां भगवान श्रीकृष्ण के जन्म से लेकर महाभारत काल तक की झांकियां प्रदर्शित की गई है.
- मुख्य द्वार: मुख्य द्वार पर भगवान श्रीकृष्ण के गोवर्धन पर्वत उठाने की प्रतिमा स्थापित की गई है, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र होगी.
- दिव्यांग और बेसहारा लोगों के लिए आश्रम: मंदिर के दूसरे तल पर ‘सद्गुरु कृपा अपना घर आश्रम’ की स्थापना की गई है, जहां मानसिक रूप से कमजोर, निराश्रित और दिव्यांग लोगों की सेवा की जाएगी। यहां उनके रहने, खाने-पीने, कपड़े और चिकित्सा का पूरा प्रबंध किया गया है.
- अन्य सुविधाएं: मंदिर में लिफ्ट की सुविधा, शुद्ध पीने के पानी और आरओ पानी की व्यवस्था भी की गई है, ताकि सभी आयु के लोग आसानी से दर्शन कर सकें.
होगी भव्य उद्घाटन
उद्घाटन समारोह में झारखंड समेत देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है ट्रस्ट के उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली के कलाकारों ने इस मंदिर को डिज़ाइन किया है, जो इसे अद्वितीय बनाता है यह मंदिर न केवल रांची बल्कि पूरे राज्य का सबसे बड़ा राधा-कृष्ण मंदिर होगा, जो धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थान रखेगा.